डायरेक्टर – अमित राय
कास्ट – पंकज त्रिपाठी, अक्षय कुमार, यामी गौतम, पवन मल्होत्रा
‘
OMG 2‘ बदलते समय की सच्ची पुकार है। जो सत्य है वही सुंदर है जो सुंदर है वही शिव है। ‘सत्यम् शिवम् सुंदरम’ की अवधारणा भी यही है। बहुत हल्ला मचता है जब हम ऐसी फिल्में देखते हैं, जिनमें दर्शकों की सोच की दिशा बदलने जैसी कोई बात नहीं होती है और जब बात होती है तो ‘ओएमजी 2’ जैसी फिल्में बनती हैं जिसपर भी खूब बवाल मचा हुआ है। इसकी रिलीज के लिए इनके निर्माताओं को पापड़ के अलावा बहुत कुछ बेलनें पड़े हैं। फिल्म को ‘केवल वयस्कों के लिए’ जैसा प्रमाण पत्र देने की जरूरत भी कतई नहीं थी पर
कारण यहाँ पढ़ सकते हैं। फिल्म तो सभी किशोरों को देखनी चाहिए और हो सके तो तमाम स्कूलों को अपने आठवीं कक्षा के आगे के सारे बच्चों को यह फिल्म समूह में ले जाकर दिखानी ही चाहिए।
एक स्कूल के बहाने ही सही, लेकिन सच्ची सामाजिक रूढ़ियों की बात करती है फिल्म ‘
OMG 2‘। एक किशोर छात्र सांस्कृतिक कॉर्यक्रमों की तैयारियों के बीच अपनी पसंदीदा छात्रा से अलग कर दिया जाता है। सहपाठी उसके मन में शंकाओं का निर्माण कर देते हैं और बच्चा अब पूछे भी तो किससे? वह नीम-हकीमों, जड़ी-बूटी बेचने वाले बाबाओं के पास भटकता है और फिर एक मेडिकल स्टोर की मदद लेता है। स्कूल उसकी इस हरकत को सामाजिक अपराध मानता है पर उसके बालमन को समझने की कोशिश कोई नहीं करता, लेकिन शिव की कृपा होती है। बच्चे का पिता स्कूल के संचालकों, नीम-हकीमों, जड़ी-बूटी विक्रेताओं और मेडिकल स्टोर संचालक के साथ-साथ अपने ऊपर भी मुकदमा कर देता है और असली फिल्म भी यहाँ से ही शुरू होती है।
फिल्म ‘
OMG 2‘ सभी के लिए आवश्यक रूप से देखने वाली फिल्म है। अपने विषयवस्तु, निर्देशन, पटकथा और अपने पूरे प्रभाव में बनी फिल्म ‘ओएमजी 2’ एक अद्भुत फिल्म है। कोई 3 साल पहले फिल्म ‘रोड टू संगम’ बनाने वाले अमित राय को इस फिल्म के लिए आने वाले समय में एक दिशा निर्देशक (ट्रेंड सेटर) फिल्मकार के रूप में याद किया जाएगा। यौन शिक्षा (सेक्स एजुकेशन) जैसे वर्जित विषय पर संपूर्ण मनोरंजक फिल्म बनाना चुनौती भरा काम है। फिल्म देखते समय समझ में आता है कि बातें हम कितनी भी बड़ी-बड़ी कर लें, अपने दौर के किशोरों को समझने में हम नाकाम ही रहे हैं। फिल्म के क्लाइमेक्स में जब जज का बेटा यौन शिक्षा के समर्थन में खड़ा दिखता है तो यह संकेत है कि गुजरती पीढ़ी को नई पीढ़ी के साथ कदम ताल मिलाना बहुत जरूरी है। फिल्म ‘
OMG 2‘ में अभिनय के भी नए बिम्ब उभरते हैं। जबरन निष्कासित किए गए एक बालक के पिता के रूप में पंकज त्रिपाठी ने अपनी अभिनय यात्रा का एक महाकाव्य इस फिल्म में पूरा किया है। मालंबा की बोली को आत्मसात करते हुए पंकज त्रिपाठी ने यहां पूरी फिल्म को सिर्फ और सिर्फ अपने अभिनय के दम पर चमत्कार बनाया है। फ़िल्म में बड़ा नाम भले ही अक्षय कुमार का हो लेकिन यह फिल्म पूरी तरह से पंकज त्रिपाठी की है। कोर्ट में उनके साथ यामी गौतम भी अपने अभिनय का एक नया रूप यहां प्रस्तुत करती दिखती हैं। अक्षय तो खैर अक्षय ही हैं जो भोले भंडारी के रूप में वह फबे खूब हैं, चाहे कोई उन्हें थप्पड़ मारने के कितने भी लाख देदे पर ये फिल्म अलग ही लेवल की है जो सिनेमा की जरूरत है, असली
गदर तो
‘ओह माय गॉड’ से ही मचेगा।
Review – #OMG2Review
Rating – 4*/5 ⭐️⭐️⭐️⭐️
Courageous – Bold – Powerful #OMG2 deals its sensitive content with utmost love and care, tries to guide and educate with help from both History & judiciary
Court room drama between Pankaj & Yami is engaging…. Overall Good Film…… pic.twitter.com/1l3Hw91kKk
— Rohit Jaiswal (@rohitjswl01) August 11, 2023
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