Today Panchang : 23 October 2023 नवरात्रि के नवमीं दिन जाने पूजा का मुहूर्त, करें माँ सिद्धिदात्री की पूजा (Navratri 2023)

    

नवरात्रि 2023, नवमीं पूजा,आज का पंचांग – 

राष्ट्रीय मिति आश्विन शुक्ल नवमीं, विक्रम सम्वत 2080, शालिवाहन शाके 1945 (शक संवत1945), आश्विन शुक्ल ९  (नवमीं ), सोमवार, इश्लामी हिज़री 1445, अंग्रेजी तिथि 23  अक्टूबर सन 2023,सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल,  शरद ऋतू। आश्विन शुक्ल नवमीं तिथि।  

आज अष्टमी तिथि 07:59 PM तक उपरांत नवमी | नक्षत्र उत्तराषाढ़ा 06:44 PM तक उपरांत श्रवण | धृति योग 09:52 PM तक, उसके बाद शूल योग | करण विष्टि 08:59 AM तक, बाद बव 07:59 PM तक, बाद बालव | आज राहु काल का समय 04:26 PM – 05:52 PM है | आज चन्द्रमा मकर राशि पर संचार करेगा |

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सूर्य और चंद्रमा का समय

 सूर्योदय का समय 23  October  – 6:31  AM

सूर्यास्त  का समय 23 October – 5:51 PM

चन्द्रोदय  का समय 23 October – 02:18  PM

 चन्द्रास्त  का समय 23 October – 01:31  AM


आज के व्रत एवं त्योहार : नवरात्र का नौवां  दिन, नवमी पूजा   

नवमीं शुभ काल

  1. अभिजीत मुहूर्त – 11:48 AM – 12:33 PM
  2. अमृत काल – 07:29 AM – 08:59 AM
  3. ब्रह्म मुहूर्त – 04:54 AM – 05:42 AM

  4. अशुभ काल
    1. राहू – 7:55 AM – 9:21 AM
    2. यम गण्ड – 10:46 AM – 12:11 PM
    3. कुलिक – 1:36 PM – 3:01 PM
    4. दुर्मुहूर्त – 12:33 PM – 01:19 PM, 02:49 PM – 03:35 PM
    5. वर्ज्यम् – 08:56 PM – 10:25 PM

नक्षत्र

  1. श्रवण – Oct 22 06:44 PM – Oct 23 05:14 PM
  2. धनिष्ठा – Oct 23 05:14 PM – Oct 24 03:28 PM

योग

  1. शूल – Oct 22 09:52 PM – Oct 23 06:52 PM
  2. गण्ड – Oct 23 06:52 PM – Oct 24 03:39 PM

माँ सिद्धिदात्री पूजा विधि (सिद्धिदात्री माँ की पूजा कैसे करें?) –

आज 23  अक्टूबर 2023 पंचांग के अनुसार  नवरात्री 2023 का नौवां दिन है और आज माँ सिद्धिदात्री की पूजा होती हैं।  माँ का ये स्वरुप भक्तो पर आपार कृपा करता है और सभी दुखो को दूर करता है. माँ की पूजा सच्चे मन से करने से सभी कष्ट दूर होते हैं. माँ की पूजा स्नान ध्यान कर साफसफाई कर पूजा क स्थान पर गंगा जल का छिडकाव करें. माँ की पूजा करने से घर में सुख शांति  बनी रहती है और आपके घर में सुख सम्पद्दा बानी रहती है. अपने श्रद्धा अनुसार फल एवं मीठी चढ़ाये. आज के दिन कन्याओं की पूजा कर उनको कपडे और प्रसाद दान करें. 

सिद्धिदात्री मंत्र 

सिद्धगंधर्वयक्षाद्यै:,असुरैरमरैरपि।

दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः। सवर्स्धः स्मृता मतिमतीव शुभाम् ददासि।।
दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।।
वन्दे वांछित मनोरथार्थ चन्द्रार्घकृत शेखराम् ।
कमलस्थितां चतुर्भुजा सिद्धीदात्री यशस्वनीम् ।।
सेव्यमाना सदा भूयात्,सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।

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माता  सिद्धिदात्रीआप पर कृपा बरसाती रहें

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