नवरात्रि 2023, आज का पंचांग –
राष्ट्रीय मिति आश्विन 26 , विक्रम सम्वत 2080, शालिवाहन शाके 1945 (शक संवत1945), आश्विन शुक्ल ४ (चतुर्थी ), बुधवार , इश्लामी हिज़री 1445, अंग्रेजी तिथि 18 अक्टूबर सन 2023,सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, शरद ऋतू। आश्विन शुक्ल चतुर्थी तिथि 01 : 12 AM प्रातःकाल तक उपरांत पंचमी ।
अक्टूबर 18 मंगलवार को राहु 12 :11 PM से 01 :37 PM तक है। चन्द्रमा वृश्चिक राशि पर संचार करेगा।
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय का समय 18 October – 6:28 AM
सूर्यास्त का समय 18 October – 5:55 PM
चन्द्रोदय का समय 18 October – Oct 18 09 :34 AM
चन्द्रास्त का समय 18 October – Oct 18 08 :24 PM
आज के व्रत एवं त्योहार : नवरात्र का चौथा दिन, माँ कुष्मांडा पूजा, वरद चतुर्थी, तुला संक्रांति
शुभ काल
- अभिजीत मुहूर्त – NIL
- अमृत काल – 10:24 AM – 12:01 PM
- ब्रह्म मुहूर्त – 04:512 AM – 05:40 AM
अशुभ काल
- राहू – 12:11 PM – 1:37 PM
- यम गण्ड – 7:54 AM – 9:20 AM
- कुलिक – 10:46 AM – 12:11 PM
- दुर्मुहूर्त – 11:49 AM – 12:34 PM
- वर्ज्यम् – 02:37 AM – 04:13 AM
नक्षत्र
- अनुराधा – Oct 17 08:31 PM – Oct 18 09:00 PM
- ज्येष्ठा – Oct 18 09:00 PM – Oct 19 09:03 PM
योग
- आयुष्मान – Oct 17 09:21 AM – Oct 18 08:18 AM
- सौभाग्य – Oct 18 08:18 AM – Oct 19 06:54 AM
माँ कुष्मांडा पूजा विधि –
नवरात्र के चौथे दिन माँ कुष्मांडा की पूजा की जाती है. आज के दिन माँ के स्वरुप को माँ के स्वरुप में सबसे तेज माना जाता है। माँ का स्वरुप आज सूर्य के सामान तेज होता है।
माँ कुष्मांडा को भय, रोग और शोक दूर करने वाली देवी भी कहते हैं. माँ का कृपा जिसपर भी होता है वो सदैव प्रसन्न रहता है.
नवरात्रि के तीसरे दिन सुबह उठ कर सनान कर के पूजास्थल पर गंगाजल का छिड़काव करें और माता का पूजा कर माता को लाल फूल अर्पित करें।
मां कूष्मांडा की स्तुति मंत्र
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
मां कूष्मांडा की प्रार्थना
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
मां कूष्मांडा बीज मंत्र
ऐं ह्री देव्यै नम:
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