निर्देशक- हार्दिक मेहता
कास्ट- राजकुमार राव, जान्हवी कपूर और वरुण शर्मा
रूही की कहानी मुख्य रूप से भवरा (राजकुमार राव) और कट्टानी (वरुण शर्मा) के इर्द-गिर्द घूमती है। वे अपने शहर की लड़कियों को किडनैप करते हैं और फिर उनका बड़े शहर के परिवारों में जबरन शादी कराते हैं। असली मजा तब शुरू होता है जब वे रूही (जान्हवी कपूर) के साथ भी ऐसा ही करने के लिए उसे किडनैप कर लेते हैं।लेकिन जब उन्हें पता चलता है कि उसमें दो आत्माएँ रूही और अफज़ाना हैं और वे दोनों उसके प्यार में पड़ जाते हैं। यहाँ हॉरर और कॉमेडी का तड़का लगता है और फिर दोनों अपने प्यार को पाने के लिए लड़ते हैं। अफज़ाना की कहानी क्या है और इसमें आगे क्या होता है ये जानने के लिए आपको सिनेमा हॉल का रुख करना पड़ सकता है। कोरोना के बाद शायद यह पहली ढंग की फिल्म देखने को मिली है पर इंतज़ार कीजिए यह OTT पर भी जल्द ही देखने को मिलेगी। अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ते रहिए...
रूही की तुलना तो वैसे सुपरहिट फिल्म स्त्री से की जा रही थी लेकिन ये उसे कहीं भी टक्कर नहीं दे पाती है। LUDO के बाद राजकुमार राव से ज्यादा की उम्मीदें थीं लेकिन वह यहाँ कुछ खास नहीं कर पाए। सुस्त कहानी और असमान स्क्रीनप्ले इसे और खराब बना देती है, राजकुमार राव 4 साल पहले वाले लगते हैं। जान्हवी कपूर भी सामान्य हैं, वैसे भी उनके पास फिल्म के ज्यादा डायलॉग नहीं हैं। वह अपनी पिछली रिलीज़ गुंजन सक्सेना से तो बेहतर ही हैं, शायद अबतक का उनका बेस्ट है, उन्हें अभी भी खुद में बहुत सुधार करने की ज़रूरत है। फिल्म का सबसे बड़ा आकर्षण बनकर उभरे हैं वरुण शर्मा, वह फिर से अपने रंग में हैं। उनकी कॉमिक टाइमिंग, डायलॉग डिलीवरी सब कमाल है, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। मानव विज अपनी भूमिका में ठीक हैं, फिर भी ये फिल्म उनकी प्रतिभा को सही जगह नहीं देती। बाकी के सभी कलाकार भी काफी सही हैं, यहाँ प्रदर्शन के मामले में कुछ खास नहीं है।
जब निर्माताओं ने घोषणा की थी कि वे स्त्री जैसी एक और फिल्म 'रूही' बनाने जा रहे हैं तो सबको उम्मीद था कि एक बार फिर हमें बेहतर सिनेमा का प्रदर्शन देखने को मिलेगा लेकिन दुख की बात यह है कि इसे स्त्री से जोड़ना ही गलत है। इसका स्क्रीनप्ले खराब है और फिल्म कुछ लम्बी चलती है। एडिटिंग के साथ इसका क्लाइमेक्स भी खराब है। वैसे इसके कलाकारों ने अच्छा काम किया है। लोकेशन भी सही है, गानें भी सही हैं, कोई बड़ा हिट नहीं बन सकें। फिल्म में कई ऐसे सीन हैं जिनका कोई मतलब नहीं है और कुछ अजीबो-गरीब डायलॉग इस फिल्म को उबाऊ बना देते हैं।
साफ़ शब्दों में कहें तो रूही आपके 'रूह' (आत्मा) को छूने में नाकाम है। फिल्म ओटीटी के लिए अच्छी है इसलिए आप इसे सिनेमाघर की जगह ओटीटी पर ही देख सकते हैं। इसका डिजिटल राइट नेटफ्लिक्स और Jio Cinema ने ख़रीदे हैं लेकिन रिलीज़ डेट का अबतक कुछ पता नहीं है। सूत्रों के अनुसार, इसे 23 अप्रैल 2021 को रिलीज की जाने की सम्भावना है। इसका टेलीविजन और सेटलाइट राइट स्टार नेटवर्क के पास है और यह फिल्म ओटीटी रिलीज़ के बाद स्टार गोल्ड या स्टार प्लस चैनल पर मई महीने में प्रीमियर होने की उम्मीद है।
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